पहली बार अरब लड़की, पैसे के लिए बेताब, एक सैन्य वेश्यालय में जाती है। वह डरती है लेकिन खुश करने के लिए उत्सुक है। उसे हिजाब हटाते हुए देखें और एक बड़े सैनिक को एक गंदा मुख-मैथुन दें, फिर उत्सुकता से उसके कठोर ध्यान के लिए अपने पैर फैलाएं।.
मध्य पूर्व के दिल में रेगिस्तान की एक जवान लड़की ने अपना सपना पूरा करने की हिम्मत की.वो कभी किसी मर्द के साथ नहीं रही थी, लेकिन वो कोशिश करने को बेताब थी.उसकी चाहत ने उसे एक अरब वेश्यालय में ले गया, जहां उसकी मुलाकात एक सैन्य अधिकारी से हुई.वह घबराई हुई थी, लेकिन उत्साहित थी.उसने पहले कभी किसी मर्द को नहीं देखा था, वर्दी में अकेले एक को देखा था.लेकिन उसकी जिज्ञासा उससे कहीं ज्यादा थी और वो विरोध नहीं कर सकती थी.अफ़सर बड़ा था, लेकिन वो जानता था कि खुद को कैसे संभालना है.उसने धीरे से उसे नंगा किया, अपनी मासूमियत का खुलासा किया.उसने अपना समय लिया, अपने शरीर को अपने हाथों और मुँह से तलाशा.फिर उसने अपनी पैंट खोल दी और उसने देखा कि वो किस बात की प्रतीक्षा कर रही थी.वो पहले तो झिझक गई, लेकिन फिर उसने पहली बार उसका स्वाद चखते हुए उसे अपने मुँह में ले लिया.यह सब कुछ उसने पहले कल्पना की थी और कुछ नहीं.वो अब कुंवारी थी.